रत्नावली समारोह में युवाओं को दिया संदेश – मेहनत से करें पढ़ाई और करें माता-पिता के सपनों को साकार
कुरुक्षेत्र, 30 अक्टूबर। “आज पूरे विश्व में भारत की चर्चा है और उस चर्चा में सबसे ज्यादा डंका हरियाणा का बज रहा है। हरियाणा की लोक संस्कृति सबसे समृद्ध है।” यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के ओएसडी भारत भूषण भारती ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय रत्नावली समारोह के तीसरे दिन दोपहर बाद के सत्र में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश विकास और प्रगति की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर पशुधन बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, डॉ. ममता सचदेवा, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. बीवी रमना रेड्डी व उनकी धर्मपत्नी भी मौजूद रहे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. ए.आर. चौधरी, सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष डॉ. ऋषिपाल और डीवाईसीए निदेशक प्रो. विवेक चावला ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने रत्नावली हस्तशिल्प मेले का अवलोकन कर स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत के प्रयासों की सराहना की।
भारत भूषण भारती ने कहा कि “हमारी संस्कृति, विरासत और परंपराएं हमारी पहचान हैं। हमें अपने पूर्वजों से मिली इस समृद्ध धरोहर को सहेजकर रखना होगा।” उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के नेतृत्व में शिक्षा, खेल, शोध और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
युवाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा, “हर छात्र को मेहनत के साथ पढ़ाई करनी चाहिए और अपने माता-पिता के सपनों को साकार करना चाहिए। हरियाणा सरकार युवाओं के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ लेकर वे देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं।”
इस अवसर पर लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, प्रॉक्टर प्रो. अनिल गुप्ता, मुख्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आनंद कुमार, डॉ. ज्ञान चहल, उप-निदेशक डॉ. सलोनी पवन दिवान सहित अनेक डीन, निदेशक, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।



