नई दिल्ली। भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एक कार्यक्रम के दौरान देश की सुरक्षा चुनौतियों और रणनीतिक तैयारियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारतीय सेना की रणनीतियाँ इतनी सटीक और अप्रत्याशित होंगी कि “यहाँ तक कि डोनाल्ड ट्रम्प जैसे नेता भी हमारे अगले कदम का अनुमान नहीं लगा पाएंगे।”
जनरल द्विवेदी ने कहा कि आधुनिक युद्ध अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह साइबर, स्पेस और इन्फॉर्मेशन वॉरफेयर के नए आयामों तक पहुँच चुका है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना लगातार अपने अभियानों और योजनाओं को नवीनतम तकनीक और खुफिया जानकारी के साथ अपडेट कर रही है।
उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस अभियान ने साबित कर दिया कि भारत अब किसी भी चुनौती का जवाब देने में सक्षम है — चाहे वह सीमापार से हो या आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी हो।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि देश को अब “दो मोर्चों पर युद्ध” के लिए मानसिक और सामरिक रूप से तैयार रहना होगा। इसके लिए हर स्तर पर प्रशिक्षण और समन्वय बढ़ाया जा रहा है।
यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि भारत अपनी रक्षा नीति को अधिक चुस्त, तकनीक-आधारित और आत्मनिर्भर दिशा में आगे बढ़ा रहा है।



