सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों और टीमों को किया जाएगा सम्मानित
चंडीगढ़। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने राज्य के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि वे सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध सर्जिकल प्रक्रियाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 17 नवंबर से 22 नवंबर 2025 तक विशेष “सर्जिकल सप्ताह जागरूकता कैंप” आयोजित करें। इस अभियान का उद्देश्य “आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” और “चिरायु योजना” के लाभ को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आयुष्मान/चिरायु योजना के तहत 21 महत्वपूर्ण सर्जिकल प्रक्रियाएँ केवल सरकारी अस्पतालों के लिए आरक्षित की हैं। इनमें ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी और जनरल सर्जरी की प्रमुख सर्जरी जैसे टोटल नी रिप्लेसमेंट, टोटल हिप रिप्लेसमेंट, हर्निया रिपेयर, अपेंडिक्स सर्जरी (Appendectomy), टिम्पैनोप्लास्टी, टॉन्सिल्लेक्टोमी, एडेनोइडेक्टॉमी, हाइड्रोसील और सर्कमसीजन जैसी प्रक्रियाएँ शामिल हैं।
आरती सिंह राव ने कहा कि सरकार ने इन सर्जिकल प्रक्रियाओं के साथ-साथ अन्य 119 पैकेज के लिए भी सभी आवश्यक संसाधन सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध करवा दिए हैं। लेकिन कई लोग अब भी इस बात से अनजान हैं कि ऐसे सर्जिकल उपचार सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क रूप से उपलब्ध हैं। इसी उद्देश्य से जागरूकता सप्ताह के दौरान विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिकाधिक पात्र मरीज इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर पात्र मरीज को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण सर्जिकल उपचार मिले और कोई भी व्यक्ति जानकारी के अभाव में इलाज से वंचित न रह जाए। इन कैंपों के दौरान डॉक्टर मरीजों को सर्जरी के लिए चिन्हित करेंगे और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन देंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस एक सप्ताह के दौरान जागरूकता फैलाने में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों और टीमों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल सरकारी चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने और स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।



