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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय जुलाई 2026 से शुरू करेगा 11 नए ओडीएल कार्यक्रम

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कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक, 23 मुद्दों पर हुए निर्णय

कुरुक्षेत्र, 3 नवंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयूके) के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के अंतर्गत जुलाई 2026 से 11 नए ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। यह निर्णय सोमवार को कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया, जिसमें कुल 23 मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर निर्णय किए गए।

बैठक के दौरान कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण, लचीली और कौशल-आधारित शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है कि वह विद्यार्थियों को ऐसे कार्यक्रम उपलब्ध कराए जो उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता के मार्ग पर अग्रसर करें।”

नए कोर्स जुलाई 2026 से होंगे शुरू

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र बी.एससी. (गणित, सांख्यिकी, कम्प्यूटर साइंस, बिजनेस एनालिटिक्स, ज्योग्राफी) जैसे नए स्नातक कोर्स शुरू करेगा। इसके अलावा स्नातक उपरांत मार्केटिंग, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, फाइनेंस और बिजनेस एनालिटिक्स जैसे विषयों में प्रमाणपत्र और डिप्लोमा कार्यक्रम भी शुरू होंगे।
साथ ही, एक वर्षीय डिप्लोमा इन रूरल टूरिज्म एंटरप्रेन्योरशिप कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देना है।

माइनर डिग्री का मिलेगा अवसर

बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय अपने मौजूदा स्नातक (यूजी) कार्यक्रमों के साथ विद्यार्थियों को माइनर डिग्री प्राप्त करने का अवसर देगा। विद्यार्थी 24 अतिरिक्त क्रेडिट के कोर्स पूरे कर किसी अन्य विषय में विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे। कुलपति ने कहा कि यह कदम विद्यार्थियों को बहुआयामी शिक्षा, रोजगार और स्टार्टअप के अवसर प्रदान करेगा।

पुस्तक विमोचन एवं कार्यक्रम की तैयारी

इस अवसर पर कुलपति प्रो. सचदेवा ने दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र की निदेशक प्रो. मंजुला चौधरी और डॉ. कुशविन्द्र कौर द्वारा संपादित पुस्तक का विमोचन भी किया। प्रो. चौधरी ने बताया कि “केयूके का दूरस्थ शिक्षा निदेशालय शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण, किफायती और लचीला शिक्षण अनुभव प्रदान करता है, जो विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है जो नियमित पढ़ाई नहीं कर पाते।”

शिकायत समाधान केंद्र और लर्निंग सेंटर खुलेंगे

बैठक में विद्यार्थियों की शिकायतों के निवारण के लिए ग्रिवेंस सेल बनाने का निर्णय भी लिया गया। साथ ही पूरे हरियाणा में नए लर्निंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जहां विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री, शैक्षणिक मार्गदर्शन, काउंसलिंग और परीक्षा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

दूरस्थ शिक्षा में बढ़ रहा रुझान

बैठक में साझा आंकड़ों के अनुसार, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में विद्यार्थियों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2024 में 17,466 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया, जबकि 2025 के प्रारंभिक आंकड़े बताते हैं कि यह संख्या और बढ़ने की संभावना है।

बैठक में डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. तेजेन्द्र शर्मा, प्रो. महाबीर नरवाल, निदेशक प्रो. मंजुला चौधरी, प्रो. अनिता दुआ, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. गीतिका संधू और डॉ. कुशविन्द्र कौर उपस्थित रहे। सभी ने इस निर्णय को विश्वविद्यालय की गुणवत्ता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।

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