कुरुक्षेत्र, 2 नवंबर। संवाददाता।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 देश को वर्ष 2047 तक नशा मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह हेल्पलाइन 24 घंटे सक्रिय रहती है, जिसके माध्यम से आमजन ड्रग्स तस्करी से जुड़ी कोई भी गुप्त जानकारी साझा कर सकते हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति के शरीर, बुद्धि और समाज — तीनों को नष्ट करता है। नशा करने वाले व्यक्ति का परिवार भी इसकी चपेट में आता है। केंद्र सरकार की मानस पहल से जहां नशा बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी, वहीं नशे की लत से पीड़ित लोगों को मुख्यधारा में लौटाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए काउंसलिंग और पुनर्वास सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
उपायुक्त मीणा ने बताया कि यह हेल्पलाइन देशभर की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) से जुड़ी हुई है, जिससे प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस प्लेटफॉर्म के प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग नशीली दवाओं की तस्करी की रिपोर्ट कर सकें और नशे की लत से जूझ रहे लोग परामर्श प्राप्त कर सकें।
अंत में उपायुक्त मीणा ने आमजन से आह्वान किया कि वे आगे आएं और देश को 2047 तक नशा मुक्त बनाने के राष्ट्रीय लक्ष्य में अपना योगदान दें।



