70 से अधिक स्टॉलों से झलकेगी हरियाणा की लोक संस्कृति और प्रगति की कहानी
कुरुक्षेत्र, 4 नवंबर। आगामी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयूके) द्वारा स्थापित किया जाने वाला हरियाणा पवेलियन इस बार पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने मंगलवार को आयोजित बैठक में दी।
प्रो. सचदेवा ने बताया कि 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक लगने वाले इस पवेलियन में हरियाणा की लोक सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले 70 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। इन स्टॉलों के माध्यम से हरियाणवी शिल्प, संस्कृति, परंपरा और आधुनिक प्रगति की झलक एक ही छत के नीचे देखने को मिलेगी।
बैठक के दौरान कुलपति ने विभिन्न समितियों — कोर कमेटी, हट कमेटी, प्रदर्शनी कमेटी, हरियाणवी क्राफ्ट एग्जीबिशन कमेटी, डेकोरेशन कमेटी, मीडिया कमेटी, फूड कमेटी और परचेज कमेटी — का गठन किया। साथ ही एक स्टार्टअप कमेटी भी बनाई गई है, जो नवाचार से जुड़े विचारों को बढ़ावा देगी।
उन्होंने बताया कि फाइन आर्ट्स विभाग, होम साइंस विभाग, आईआईएचएस, धरोहर संग्रहालय, स्टार्टअप स्टॉल, सरस्वती नदी अनुसंधान केंद्र और यज्ञशाला जैसे विशेष आकर्षण पर्यटकों को देखने को मिलेंगे। इसके अलावा, पगड़ी बंधवाओ सेल्फी पॉइंट, पारंपरिक हरियाणवी व्यंजन, और थीम आधारित सजावट पवेलियन को और भी रोचक बनाएंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम सुबह और शाम दोनों सत्रों में आयोजित किए जाएंगे। मुख्य अतिथियों का चयन विश्वविद्यालय प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड संयुक्त रूप से करेंगे। मीडिया कवरेज की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय जनसंपर्क विभाग को सौंपी गई है और मीडिया स्वयंसेवक आईएमसीएंडएमटी से उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रो. सचदेवा ने कहा कि हरियाणा पवेलियन में राज्य सरकार की योजनाओं, खेल उपलब्धियों और सांस्कृतिक धरोहर को बड़े फ्लेक्स और प्रदर्शनी माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि आगंतुकों को हरियाणा की पहचान और विकास की झलक मिल सके।
बैठक में कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, डीएसडब्ल्यू प्रो. ए.आर. चौधरी, डीवायसीएए निदेशक प्रो. विवेक चावला, प्रो. महाबीर रंगा, उप-निदेशक डॉ. सलोनी दिवान, प्रो. रीटा, मुख्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आनंद कुमार, प्रो. अनिता दुआ और अजमेर सिंह उपस्थित रहे।



