इनसाइट न्यूज 24 : भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में आज एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 को ‘एलवीएम3-एम5 रॉकेट’ (LVM3-M5) के माध्यम से अंतरिक्ष की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया। यह लॉन्च आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया।
यह मिशन न केवल इसरो की तकनीकी क्षमता का प्रमाण है, बल्कि भारत की स्वदेशी अंतरिक्ष संचार प्रणाली को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला है। 4,400 किलोग्राम वज़नी यह उपग्रह देश और आस-पास के समुद्री क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली संचार सेवाएं प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि “यह उपलब्धि भारत की वैज्ञानिक शक्ति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है।”
इसरो के अनुसार, LVM3-M5 को ‘बहुबली रॉकेट’ कहा जा रहा है, जिसने पहले भी कई महत्वपूर्ण मिशनों — जैसे चंद्रयान-3 और गगनयान — को सफल बनाया था। इस मिशन की सफलता से भारत की भविष्य की उपग्रह संचार और अंतरिक्ष अन्वेषण योजनाओं को गति मिलेगी।



